दिल में रहता हूँ गुलाब देखना,
वफ़ा का चेहरा ख्वाब देखना.
फुरसत हो मेरा हाल सोचना,
दिल की खुली किताब देखना.
गुनगुना लेना इक अफसाना,
बंदिशों को थोड़ा बाद देखना.
रात चलती हवा से पूछना,
देगी जवाब दिया जवाब देखना.
दिवानगी का राज़ ढूँढना,
गौर से अपना सबाब देखना.
होगा किस रंग का फ़साना,
आने वाले वक्त का हिसाब देखना.
Friday, February 26, 2010
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realy nice dear so beautiful lucky.
ReplyDeleteBahut sundar rachna hai...!
ReplyDeleteहोगा किस रंग का फ़साना,
ReplyDeleteआने वाले वक्त का हिसाब देखना.
well written...